पारद शिवलिंग कैसा होता है Options

आइए जानें, इसकी आराधना और स्थापना करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

पारे, चाँदी और जड़ी बूटी को मिलाकर के जो शिवलिंग बनता है, वह पारद शिवलिंग कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को पारा बहुत प्रिय है और उनके इस शिवलिंग की पूजा करने का विशेष महत्व है।।

हे नवी दिल्ली, अजमेर, हैदराबाद, निजामाबाद, विशाखापट्टणम आणि चेन्नई यासारख्या इतर शहरांशी देखील जोडलेले आहे.

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इसकी स्थापना सोमवार के दिन चंद्र के होरा में करें।

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ये है दुनिया का सबसे पवित्र शिवलिंग, ऐसे करें आराधना

स्पर्शनात्प्राप्यत मुक्तिरिति सत्यं शिवोदितम्।।

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अध्यात्माबद्दल जरा जरी आकर्षण असलेल्या व्यक्तीला पारद शिवलिंगाची उपासना केलीच पाहिजे असे माझे मत आहे.

लिंगकोटिसहस्त्रस्य यत्फलं सम्यगर्चनात्।

अंत में वह सब सुखो को भोग कर वह मोक्ष को प्राप्त करेगा

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की website देखभाल कैसे करें?

अगर परिवार के किसी सदस्य की तबीयत खराब है तो उनको दवाओं के साथ पारद शिवलिंग की पूजा करवाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है

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